प्यारा मनमोहन मेरा
( तर्ज : गेला हरी कुण्या गांवा ... )
प्यारा मन मोहन मेरा
प्रकाशे विश्व भरा सारा ।।
हमारे दिलका उजियारा ॥
मुरलीवाला !
वाला है अलबेला !! टेक ॥
किसानी है उसको प्यारी ,
चराये गैय्या गिरिधारी ।
साथ गोपालोंकी बारी ,
बहे जमुनाकि बलीहारी ॥
सदा भारत का रखवारा ,
भरोसा उसपर है डाला ।
मुरलीवाला !
वाला है अलबेला !! ।।१ ।।
सिरपर मोर - मुकुट चमके ,
पितांबर झलक रहा जमके
बंसरी बाज रही गम के ,
लताएँ बहर गयी नमके
भाग्य हैं इस भारत भूके ,
प्रकट भया यहाँपर नंदलाल
मुरलीवाला !
वाला है अलबेला !! ॥२ ॥
देश में जब संकट आवे ,
सुदर्शन लिया खडा होवे ।
दुष्ट मुक्त करा जावे ,
भक्तको संरक्षण देवे ।
दास तुकड्या के मन भाया ,
मेरे जीवन का उजियाला ।
मुरलीवाला !
वाला है अलबेला !! ॥३ ॥
गोंदिया ;
दि . २० - ९ -६२
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