दीवाना बना दे
दीवाना बना दे , मुझको ,
दिवाना बना दे || टेक ||
आँखी हैं , पर नजर न बाहर !
काम करूँ पर रहूँ उजागर ॥
सत् को हि मना दे ॥
मुझको ... ॥१ . ॥
जिसको गाऊँ , वहि बन जाऊँ ।
चढी नसा नहिं कहीं उतराऊँ ॥
तारी को तना दे | मुझको ... ॥ २ ॥
चाहे कपडा या तो हूँ नंगा ।
तेरि नजर में सदा हूँ चंगा ॥
ऐसा हि रँगा दे । मुझको ...॥ ३ ॥
सर्द पडे या भारी गर्मी ।
तुकड्यादास रहे नित मर्मी ॥
गिरे दिल को मना दे ।
मुझको ... ॥ ४ ॥
अयोध्या : दि . १३-८-६२
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