गाना है ! गाना है !!
( राग : भूपाली कोरस प्रकार )
गाना है , गाना है ,
गाना है , भारत !
उसकी धून मचाना है ,
जिसका पहिने बाना है ! ॥ टेक ॥
घरघरमें या मंदिर में ,
जंगल में बाजारों में ।
उन शब्दों के नारों में
भारत हमारा बाना है ।
उसकी टेक निभाना है ! ॥१।।
सजके - धजके गायेंगे ,
देश का बिगुल बजायेंगे ।
आजादी की नौबदपर ही ,
अपना गर्व मनायेंगे ॥
यही हमारा बाना है ! ॥ २ ॥
कौन हैं इसके शत्रू वो ,
हम उनसे लड जायेंगे ।
दिल उनके बदलायेंगे ,
उनको मित्र बनायेंगे ।
हमें न किसका खाना हैं ! ॥ ३ ॥
अपना देश सभी को है ,
इनसानीयत सीखो ये ।
कहता तुकड्या अपने दिलमें ,
बच्चा - बच्चा लिखो ये ।।
चुके नहीं निशाना है ! ॥ ४ ।।
गुरुकुंज : दि . ३०-८-६२
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