मत भूलना दिवाने !
दुनियाकि छोड़ आसा ।
अपना भला समझले
मत कर जनम निरासा || टेक ||
पैदा किया है तुझको ,
नेकीसे पैर धरने ।
विषयोमें क्यो लपटता
दे छोड ये भिलासा || १ ||
कुछ साथ ले सुधारा ,
इस जन्में भला हो ।
गर खो दिया बखत यह
होगा पडा तमासा || २ ||
धन जोरु और लडके ,
इनमें न शांति पावे ।
एक दिन तो वह पडेगा ,
जंगलमें होगा बासा ॥३ ॥
तुकड्या कहे , मुसाफिर !
कितना मुकाम तेरा ? ।
क्यों नींदमें पडा है ?
कर ले यहीं खुलासा ॥४ ॥
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