( तर्ज- हम है भले बुरे ० )
तेरा प्यारा है नाम ,
दुनिया गाती तमाम ,
उसके जपनेसे काम ,
सिद्ध होता सुना ॥ टेक ॥
उसको न लगता पैसा- अधेला ।
उसको न लगता अंधेरा - उजाला ।
लगती है भक्ति और भावना
चाहे बैठे जपो ,
सोते - चलते जपो , '
होता बेडाही पार '
संत कहते सुना ॥ १ ॥
उसको न लगता ऊँचा अखाडा ।
लगती न गर्मी , वर्षा और जाडा ।
जाती और नाते का भेद ना
नहीं लगता मन्दर ,
छोटा हो या सुन्दर , '
सारे स्थानों में ईश्वर
ही रहता ' सुना ॥ २ ॥
प्यारा प्रभू प्रेमभक्ति का भूखा |
जो प्रेमसे वे तो खाता है सूखा ।
चाहता ईमान , सत्य कामना '
प्यारे भक्तों के सुख दुःख सहता '
सुनी तुकड्याने बात ,
सारे सन्तों के साथ , सुना
प्यारे भक्तों के
सुख दु:ख सहता सुना ॥ ३ ॥
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