हे यार ! क्योंकर सता रहे हो ?
न कोई हमको बिना तुम्हारे || टेक ||
ये सारे स्वारथके सारथी हैं ,
नजरमें दिखते जो आज मेरे ।
बिना तुम्हारी दया प्रभूजी !
सभी भगेंगे अखेर प्यारे ॥१ ॥
यह सारी दुनियाकी राह झूठो ,
सभी दिखे मतलबीपियारे
न कोइ मुझको तरानेवाला ,
बिना तुम्हारी दया निहारे ॥ २ ॥
न देख मेरी चुकीभुलीको ,
ले पास अपने दिजो सहारे ।
वह दास तुकड्याकी लाज राखो ,
ये तोड़करके विनास सारे ॥३ ॥
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