हमारा प्यारा हमें जगतसे , अखेर पालनवार है । पूरा भरोसा लिया है दिलमें , यही भजनका सार है ॥ टेक ॥ न हमको करना कवीसरीको , न ज्ञान हममें यार ! है । बने है बंदे मगजके पूरे , हुए जगतसे न्यार है ॥ १ ॥ न हम समझते किसीकी चर्चा , खुशीसे बेडा पार है । न हम लड़ेंगे किसीसे बातें , सदा धरे निर्धार हैं || २ || न हम पढेंगे किताब पोथी , गुरुचरणपर प्यार है । रखा भरोसा उसीका दिलमें , हमें वही दिलदार है || ३ || चाहे बनालो लगे वहीसा , सभी तुम्हें अधिकार है । वह दास तुकड्या बना है पागल जगतसे खाई हार है || ४ ||